पुतिन ने यूरोप को दे डाली सीधी चेतावनी; कहा- रूस किसी भी समय हमले के मुकम्मल जवाब के लिए तैयार, अगर लड़ाई शुरू की तो...
Russian President Putin warns Europe For War Fight
Putin warns Europe: यूक्रेन के साथ जारी युद्ध के बीच अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूरोप को सीधी चेतावनी दे डाली है। पुतिन की इस चेतावनी से दुनियाभर में हलचल देखा जा रही है। पुतिन ने कहा है कि अगर यूरोप युद्ध चाहता है तो इसकी शुरुवात करे, रूस भी इसके लिए पूरी तरह तैयार है और उसे शिकस्त करेगा। पुतिन ने कहा कि यूरोपीय शक्तियों की हार इतनी पक्की और मुकम्मल होगी कि शांति समझौता करने के लिए भी कोई नहीं बचेगा।
दरअसल, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, ''हम 100 बार कह चुके हैं कि हमारा यूरोप के खिलाफ हमला करने का कोई इरादा नहीं है लेकिन अगर यूरोप लड़ाई शुरू करना चाहता है और लड़ाई शुरू करता है तो हम अभी तैयार हैं। इस मामले में कोई शक नहीं होना चाहिए।'' बता दें कि पुतिन का यह गुस्सा यूरोपीय देशों का यूक्रेन को पीछे से समर्थन देने और उकसाने के साथ नाटो के तहत बार-बार रूस के खिलाफ एक होने और रूस के खिलाफ खतरा बनने को लेकर है।
भारत आने से पहले चेतावनी
पुतिन की यह चेतावनी तब सामने आई है जब राष्ट्रपति पुतिन एक दिन बाद भारत दौरे पर आ रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन 4 दिसंबर 2025 को भारत आएंगे। वह 5 दिसंबर तक भारत की 2 दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। पुतिन 23वें भारत-रूस सालाना समिट के लिए भारत आ रहे हैं। पुतिन की इस यात्रा को लेकर भारत और रूस दोनों ही पक्ष बेहद उत्साहित हैं और तैयारियां ज़ोरों-शोरों पर हैं। गौर करने वाली बात ये भी है कि, यूक्रेन के साथ महायुद्ध (Russia-Ukraine War) शुरू होने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पहली बार भारत की यात्रा पर आ रहे हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध नहीं रुक रहा
गौरतलब है कि फरवरी 2022 से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की शुरुवात हुई थी। रूस ने यूक्रेन पर पहला हमला किया। वहीं तबसे इस भयानक युद्ध में एक बड़ी संख्या में यूक्रेन और रूसी सैनिकों की मौत हो चुकी है और यह संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इस बीच रूस के अन्य युवाओं को सेना की ट्रेनिंग देकर उन्हें लड़ने भेजा जा रहा है। इसके अलावा दोनों देशों के आम नागरिकों की भी इस युद्ध के दौरान जान गई है। सबसे ज्यादा आम लोग यूक्रेन में मारे गए हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस युद्ध को समाप्त करने का प्रयास भी सार्थक होता नही दिखा है।